गरबा एक अनुष्ठानिक और भक्तिपूर्ण नृत्य है जो हिंदू त्योहार नवरात्रि के अवसर पर किया जाता है, गुजरात के लोगों का मानना है कि यह नृत्य मां अंबा को बहुत प्रिय है, इसलिए उन्हें प्रसन्न करने के लिए गरबा का आयोजन किया जाता है। गरबा को स्थानीय बोलियों के अनुसार गर्भ, गर्भदीप और गर्भभी के नाम से भी जाना जाता है।
भजन : तू तो काली ने कल्याणी रे माँ गरबा लिरिक्स (Tu To Kali Ne Kalyani Re Maa Garba Songs Lyrics)
तू तो काली ने कल्याणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
तू तो भक्तो ना दुःख हरणानि रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
है तूने चारो वेद बखाणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
तू तो काली रे कल्याणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया ॥
है तूने पेलाते जुग मा जाणी रे माँ,
तू तो शंकर नी पटराणी रे माँ,
तू तो भस्मासुर हरआणि रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
तू तो काली रे कल्याणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया ॥
है तुने बीजाते जुग मा जाणी रे माँ,
तू तो हरिश्चन्द्र नी पटराणी रे माँ,
है तुने बीजाते जुग मा जाणी रे माँ,
तू तो हरिश्चन्द्र नी पटराणी रे माँ,
तू तो सत्य कारण वेजाणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
तू तो काली रे कल्याणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया ॥
है तुने तीजाते जुग मा जाणी रे माँ,
तू तो रामचंद्र नी पटराणी रे माँ,
तू तो रावण कुल हरआणि रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
तू तो काली रे कल्याणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया ॥
है तुने चौथाते जुग मा जाणी रे माँ,
तू तो पांडव घेर पटराणी रे माँ,
तू तो कौरव कुल हरनाळी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया,
तू तो काली रे कल्याणी रे माँ,
जहाँ जोऊ त्या जोग माया ॥