श्री गणेश स्तुति – नमामि ते गजाननं (Sri Ganesh Stuti)

नमामि ते गजाननं यह भगवान गणेश की स्तुति है । इस स्तुति मे भगवान गणेश के रूप और उनके गुणों का वर्णन किया गया है । भगवान गणेश की पूजा मे इस स्तुति को विशेष रूप से गाया जाता है । इस स्तुति को श्रद्धा पूर्वक गाने से मन को शांति और भगवान गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। इस स्तुति को Nibedita Sabat, जी ने अपनी मधुर आवाज से सजाया है ।

श्री गणेश स्तुति - नमामि ते गजाननं

नमामि ते गजाननं स्तुति

Stuti:नमामि ते गजाननं
Singer:Nibedita Sabat
Lyrics:Traditional
Music:Anshuman Sabat
Lable:SswarNibedita Music Classes

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स्तुति: श्री गणेश स्तुति – नमामि ते गजाननं

नमामि ते गजाननं अनन्त मोद दायकम्
समस्त विघ्न हारकं समस्त अघ विनाशकम्
मुदाकरं सुखाकरं मम प्रिय गणाधिपम्
नमामि ते विनायकं हृद कमल निवासिनम्॥१॥

भुक्ति मुक्ति दायकं समस्त क्लेश वारकम्
बुद्धि बल प्रदायकं समस्त विघ्न हारकम्
धूम्रवर्ण शोभनं एक दन्त मोहनम्
भजामि ते कृपाकरं मम हृदय विहारिणम्॥२॥

गजवदन शोभितं मोदकं सदा प्रियम्
वक्रतुण्ड धारकं कृष्णपिच्छ मोहनम्
विकटरूप धारिणं देववृन्द वन्दितम्
स्मरामि विघ्नहारकं मम बन्ध मोचकम्॥३॥

सुराणां प्रधानं मूषक वाहनम्
रिद्धि सिद्धि संयुतं भालचन्द्र शोभनम्
ज्ञानिनां वरिष्ठं इष्ट फल प्रदायकम्
सदा भावयामि त्वां सगुण रूप धारिणम् ॥४॥

सर्व विघ्न हारकं समस्त विघ्न वर्जितम्
विकट रूप शोभनं मनोज दर्प मर्दनम्
सगुण रूप मोहनं गुणत्रय अतीतम्
नमामि ते नमामि ते मम प्रिय गणेशम्॥५॥

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