मने घोड़लियो मंगवा दे मारी मां यह बाबा रामदेवजी भजन का लोकप्रिय भजन है । इस आरती मे बाबा रामदेवजी भजन के रूप और उनके गुणों का वर्णन किया गया है ।
Mane Ghodliyo Mangwa De Maari Maa Bhajan Details
भजन : | Mane Ghodliyo Mangwa De Maari Maa |
Lyrics: | Traditional |
भजन : मने घोड़लियो मंगवा लीरिक्स
बाल पणा में रामदेव जी , मन में एक विचारी। मनडे भायो गोड़लो , चढ़ ने करू सवारी।।
मने घोड़लियो मंगवा ये मारी माँ। २
घोड़े चढ़ ने गुमन जासु।
मने घोड़लियो मंगवा ये मारी माँ।
बाल पणा में रामदेव जी ,
हैट कोनो हद भारी।
कैसे हैट कीनो बालक ,
सोच रही माँ थारी।
कीकर इणने में समझाऊ।
लाग रही मन में चिंता।
मने घोड़लियो। ……
मेणा दे सुगना रे साथ ,
दर्जी ने बुलवावे ।
रामदेव रे खातर ,
घोडो कपडे रो बनवावे।
दर्जी मन में लालच कीनो ,
भीतर गोद भरिया मारी माँ ।
मने घोड़लियो। ……
रंग रंगीलो नेनो घोड़ो ,
बालक रे मन भावे।
लीनी हाथ लगाम बाबजी ,
मन ही मन मुस्कावे।
एड़ी लगाई घोड़लिया रे ,
रामदेव जी आकाश उड्या।
मने घोड़लियो। ……
जादू रो घोड़लियो मारे ,
दर्जी घड ने ल्यायो।
मात पिता मन में गबराये,
दर्जी केस करायो।
दर्जी विनती करबा लागो ,
रामदेव जी कस्ट हरिया।
मने घोड़लियो। ……
दर्जी ने परच्यो दिखलायो ,
रामदेव अवतारी।
दासिया सोख सुनावे बाबा ,
सुन लो अर्जी मारी।
हिवड़ा में संतोष दिलावो,
राम रूणिचा रा धनिया।
मने घोड़लियो। ……
मने घोड़लियो मंगवा ये मारी माँ। २
घोड़े चढ़ ने गुमन जासु।
मने घोड़लियो मंगवा ये मारी माँ।