श्रीललितासहस्रनामस्तोत्रम् – Sri Lalita Sahasranama Stotram Lyrics

श्रीललितासहस्रनामस्तोत्रम् – Sri Lalita Sahasranama Stotram Lyrics

श्री ललिता सहस्रनाम का ब्रह्माण्ड पुराण मे वर्णन है । यह महाविष्णु के अवतार हयग्रीव और महान ऋषि अगस्त्य के बीच एक संवाद है। कुंभकोणम के पास थिरुमेयाचूर का मंदिर वह स्थान माना जाता है जहां ऋषि अगस्त्य को इस सहस्रनाम की दीक्षा दी गई थी। Read in – हिन्दी ॥ श्रीललितासहस्रनामस्तोत्रम् ॥ ॥ न्यासः … Read more

श्री गणेश स्तुति – नमामि ते गजाननं (Sri Ganesh Stuti)

श्री गणेश स्तुति – नमामि ते गजाननं (Sri Ganesh Stuti)

नमामि ते गजाननं यह भगवान गणेश की स्तुति है । इस स्तुति मे भगवान गणेश के रूप और उनके गुणों का वर्णन किया गया है । भगवान गणेश की पूजा मे इस स्तुति को विशेष रूप से गाया जाता है । इस स्तुति को श्रद्धा पूर्वक गाने से मन को शांति और भगवान गणेश जी … Read more

श्री गणेश स्तोत्र: संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं-Ganesh Stotra

श्री गणेश स्तोत्र: संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं-Ganesh Stotra

संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं यह भगवान श्री गणेश के 12 नाम प्रमुख नामों का वर्णन है। नारद पुराण मे संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं का वर्णन किया गया है, एक बार देवर्षि नारद जी भी किसी संकट में फंस गए। उस संकट से निवारण हेतु वह इधर-उधर घूमे लेकिन संकट का समाधान नहीं हुआ। तब भगवान … Read more

Shree Ganadhip Stotram – श्री गणाधिप पञ्चरत्नम् स्तोत्रम्

Shree Ganadhip Stotram – श्री गणाधिप पञ्चरत्नम् स्तोत्रम्

श्री गणाधिप स्तोत्रम् श्रीमत् शंकराचार्य जी द्वारा रचित है । इस स्तोत्र में कुल छः श्लोक हैं, जिनमें पांच श्लोकों में भगवान् गणपति की स्तुति और गुणों का वर्णन किया गया है , और अन्तिम एक श्लोक में माहात्म्य है । इस स्तोत्र के पाठ से मनुष्य को विद्या, धन, सुख और शांति की प्राप्ति होती … Read more

गणपति अथर्वशीर्ष- Ganesh Atharvashirsha Lyrics In Hindi

गणपति अथर्वशीर्ष- Ganesh Atharvashirsha  Lyrics In Hindi

गणपति अथर्वशीर्ष चार वेदों मे से एक संस्कृत में रचित एक अथर्ववेद का भाग है।अथर्वशीर्ष में दस ऋचाएं हैं। यह भगवान गणेश के अनेकों स्तोत्र, मंत्रों मे सबसे महत्वपूर्ण स्तोत्र है । गणपति अथर्वशीर्ष मे अथर्व का अर्थ है दृढ़ता, एकता का उद्देश्य, जबकि शीर्ष का अर्थ है बुद्धि (मुक्ति की ओर निर्देशित)। श्री गणपति … Read more

वसुदेवसुतं देवं (Vasudev Sutam Devam)

वसुदेवसुतं देवं (Vasudev Sutam Devam)

Vasudev Sutam De यह श्री शंकर भगवत्पाद द्वारा लिखित मूल कृष्णाष्टकम है, यह स्तोत्रं “वासुदेव-सुतम देवम” से शुरू नहीं होता है। ‘वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम् । देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्’ एक संस्कृत श्लोक है। जिसका हिंदी में अर्थ होता है कि “ वसुदेव के पुत्र, कंस, चाणूर का मर्दन करने वाले, देवकी को परमानंद देने वाले … Read more

श्रीवेङ्कटेश सुप्रभातम् स्तोत्र (Sri Venkatesa Suprabhatam stotra) In Sanskrit

श्रीवेङ्कटेश सुप्रभातम् स्तोत्र (Sri Venkatesa Suprabhatam stotra) In Sanskrit

“श्रीवेङ्कटेश सुप्रभातम्” भगवान वेङ्कटेश्वर (तिरुपति बालाजी) की प्रातः कालीन पूजा और आराधना के लिए प्रयुक्त एक प्रसिद्ध स्तोत्र है। श्रीवेङ्कटेश सुप्रभातम् स्तोत्र की रचना (composed by) प्रतिवादि भयंकरं अण्णन्यह ने ईसवी सन १४२० और १४३२ के बीच में की थी। यह स्तोत्र भगवान की कृपा, आशीर्वाद और महिमा की महत्वपूर्ण रूपों में व्यक्त करता है। … Read more