Top 10 Ganesh JI Ke Bhajan। गणेश जी के सुपरहिट भजन

Top 10 Ganesh JI Ke Bhajan। गणेश जी के सुपरहिट भजन

कोई भी कार्य की शुरुआत करने से पहले भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। माँ गौरी के लाल श्री गणेश जी को विघ्न हरने वाला और मंगल करने वाला देवता माना जाता है। हमने इस पोस्ट में शुभ कार्य , ग्रह प्रवेश, गणेशोत्सव एवं धार्मिक उत्सव मे गाए जाने वाले प्रसिद्ध श्री गणेश … Read more

श्रीललितासहस्रनामस्तोत्रम् – Sri Lalita Sahasranama Stotram Lyrics

श्री ललिता सहस्रनाम का ब्रह्माण्ड पुराण मे वर्णन है । यह महाविष्णु के अवतार हयग्रीव और महान ऋषि अगस्त्य के बीच एक संवाद है। कुंभकोणम के पास थिरुमेयाचूर का मंदिर वह स्थान माना जाता है जहां ऋषि अगस्त्य को इस सहस्रनाम की दीक्षा दी गई थी। ॥ श्रीललितासहस्रनामस्तोत्रम् ॥ ॥ न्यासः ॥ अस्य श्रीललितासहस्रनामस्तोत्रमाला मन्त्रस्य … Read more

श्री गणेश स्तुति – गाइये गणपति जगवंदन । Sri Ganesh Stuti

गाइये गणपति जगवंदन यह भगवान गणेश की लोकप्रिय भजन है । इस भजन को आचार्य श्री ने गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री गणेश स्तुति मे भगवान वंदना और उनके गुणों का वर्णन किया गया है । इस भजन मे गणेश जी को गणपति कहा गया है, क्योंकि वे गणों के पति हैं। इस भजन … Read more

श्री गणेश स्तुति – नमामि ते गजाननं (Sri Ganesh Stuti)

नमामि ते गजाननं यह भगवान गणेश की स्तुति है । इस स्तुति मे भगवान गणेश के रूप और उनके गुणों का वर्णन किया गया है । भगवान गणेश की पूजा मे इस स्तुति को विशेष रूप से गाया जाता है । इस स्तुति को श्रद्धा पूर्वक गाने से मन को शांति और भगवान गणेश जी … Read more

श्री गणेश स्तोत्र: संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं-Ganesh Stotra

संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं यह भगवान श्री गणेश के 12 नाम प्रमुख नामों का वर्णन है। नारद पुराण मे संकट नाशनं गणेश स्तोत्रं का वर्णन किया गया है, एक बार देवर्षि नारद जी भी किसी संकट में फंस गए। उस संकट से निवारण हेतु वह इधर-उधर घूमे लेकिन संकट का समाधान नहीं हुआ। तब भगवान … Read more

वसुदेवसुतं देवं (Vasudev Sutam Devam)

Vasudev Sutam De यह श्री शंकर भगवत्पाद द्वारा लिखित मूल कृष्णाष्टकम है, यह स्तोत्रं “वासुदेव-सुतम देवम” से शुरू नहीं होता है। ‘वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम् । देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्’ एक संस्कृत श्लोक है। जिसका हिंदी में अर्थ होता है कि “ वसुदेव के पुत्र, कंस, चाणूर का मर्दन करने वाले, देवकी को परमानंद देने वाले … Read more

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