Shree Ganadhip Stotram – श्री गणाधिप पञ्चरत्नम् स्तोत्रम्

Shree Ganadhip Stotram – श्री गणाधिप पञ्चरत्नम् स्तोत्रम्

श्री गणाधिप स्तोत्रम् श्रीमत् शंकराचार्य जी द्वारा रचित है । इस स्तोत्र में कुल छः श्लोक हैं, जिनमें पांच श्लोकों में भगवान् गणपति की स्तुति और गुणों का वर्णन किया गया है , और अन्तिम एक श्लोक में माहात्म्य है । इस स्तोत्र के पाठ से मनुष्य को विद्या, धन, सुख और शांति की प्राप्ति होती … Read more

गणपति अथर्वशीर्ष- Ganesh Atharvashirsha Lyrics In Hindi

गणपति अथर्वशीर्ष चार वेदों मे से एक संस्कृत में रचित एक अथर्ववेद का भाग है।अथर्वशीर्ष में दस ऋचाएं हैं। यह भगवान गणेश के अनेकों स्तोत्र, मंत्रों मे सबसे महत्वपूर्ण स्तोत्र है । गणपति अथर्वशीर्ष मे अथर्व का अर्थ है दृढ़ता, एकता का उद्देश्य, जबकि शीर्ष का अर्थ है बुद्धि (मुक्ति की ओर निर्देशित)। श्री गणपति … Read more

हनुमान आरती: आरती कीजै हनुमान लला की। Hanuman ji ki Aarti

श्री हनुमान जी की आरती प्रसिद्ध संत श्री गोस्वामी तुलसीदासजी द्वारा रचित है, भगवान हनुमान का जन्म हिन्दू पंचांग के चैत्र माह की पूर्णिमा पर चित्रा नक्षत्र और मंगलवार को मेष लग्न में हुआ था। पूजा के समय इन्‍हीं पक्तिंयों से हनुमानजी की आरती उतारने की परंपरा है, श्री हनुमान जी को भक्तराज भी कहा … Read more

शिव जी की आरती -ॐ जय शिव ओंकारा । Shiv ji Ki Aarti

ॐ जय शिव ओंकारा यह भगवान शिव की लोकप्रिय आरती है । इस आरती मे भगवान शिव के रूप और उनके गुणों का वर्णन किया गया है । भगवान शिव की पूजा मे इस आरती को विशेष रूप से गाया जाता है । इस आरती को श्रद्धा पूर्वक गाने से मन को शांति और भगवान … Read more

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