वसुदेवसुतं देवं (Vasudev Sutam Devam)
Vasudev Sutam De यह श्री शंकर भगवत्पाद द्वारा लिखित मूल कृष्णाष्टकम है, यह स्तोत्रं “वासुदेव-सुतम देवम” से शुरू नहीं होता है। ‘वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम् । देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्’ एक संस्कृत श्लोक है। जिसका हिंदी में अर्थ होता है कि “ वसुदेव के पुत्र, कंस, चाणूर का मर्दन करने वाले, देवकी को परमानंद देने वाले … Read more