ॐ जय शिव ओंकारा यह भगवान शिव की लोकप्रिय आरती है । इस आरती मे भगवान शिव के रूप और उनके गुणों का वर्णन किया गया है । भगवान शिव की पूजा मे इस आरती को विशेष रूप से गाया जाता है । इस आरती को श्रद्धा पूर्वक गाने से मन को शांति और भगवान शिव जी की कृपा प्राप्त होती है। इस आरती को Sanjeevani Bhelande जी ने अपनी मधुर आवाज से सजाया है ।
Jai Shiv Omkara Aarti Details
Aarti : | ॐ जय शिव ओंकारा |
Singer: | Sanjeevani Bhelande |
Lyrics: | Traditional |
Music: | Surinder Sodhi |
Lable: | Rajshri Entertainment Private Limited |
आरती: ॐ जय शिव ओंकारा लीरिक्स
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा |
ब्रह्मा, विष्णु सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ||
ॐ जय शिव ओंकारा ||
एकानन चतुरानन, पंचानन राजै |
हंसासन गरुड़ासन, वृषवाहन साजै ||
ॐ जय शिव ओंकारा ||
दो भुज चार चतुर्भुज, दशभुज अति सोहे |
त्रिगुण रूप निरखते, त्रिभुवन जन मोहे॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||
अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी |
चंदन मृगमद चंदा सोहै त्रिपुरारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी।
सुखकारी दुखहारी, जगपालन कारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर में शोभित , यह तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||
काशी में विश्वनाथ विराजे, नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||
त्रिगुणस्वामी जी की आरती जो कोइ नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी, मनवांछित फल पावे॥
ॐ जय शिव ओंकारा ||